रात भर आपकी चाहत सताती रही
दिल को एक उम्मीद बहलाती रही
मेरे दिल से निकलती हर सदा
आपको रात भर बुलाती रही
मेरे तस्सवुर में रात भर
आपकी तस्वीर आती रही
मैं सुनता रहा आप गाती रहीं
आपकी खुशबु फिज़ा को
महकाती रही
चाँद की चांदनी दिल मेरा
रात भर दुखाती रही
और आपकी याद रात भर
मुझे रुलाती रही ...रुलाती रही
दिल दुखाती रही ....दिल दुखाती रही...
.......अशोक अरोरा.......
यादे अपनी भी
ReplyDeleteयादे बेगानी भी
यादे प्यारी भी
यादे दुखदायी भी
yaadein aisi hi hoti hai ..........
ReplyDeletesunder rachna ke liye aapko badhai