का मोल नहीं |
माँ बाप, भाई बहन,
प्रेमी प्रेमिका, पति पत्नी,
तेरे बिन सब अधूरे हैं |
रक्षाबंधन के मौके पर
जब सब लोग
खुशी मनाते हैं
जब सब लोग
खुशी मनाते हैं
और गाते हैं ......
बहना ने भाई की
कलाई से
कलाई से
प्यार बांधा है,
प्यार के दो तार से,
संसार बाँधा है,
रेशम की डोरी से
संसार बाँधा है |
तब मेरा मन
तब मेरा मन
नमन करता है,
उन बहनों को,
जो कोख से जन्म,
जो कोख से जन्म,
ले ना सकी,
और मर गयी,
एक भाई की खातिर .!!!!!
वाह री नारी
तू धन्य है,
तू धन्य है,
जो फिर भी
लुटती है,
लुटती है,
मरती है
एक पुरुष
एक पुरुष
की खातिर ....
.....अशोक अरोरा.....
wah re naari tere kitne roop:)
ReplyDeleteवाह कितने खूबसूरत शब्दों में नारी कि व्याख्या कर दी आपने
ReplyDeleteसच में उन अजन्मी बच्चियों को नम आँखों से श्रधांजलि