Saturday 13 August 2011

वाह री नारी तू धन्य है....


नारी तेरे अस्तित्व
बिना किसी रिश्ते
का मोल नहीं |
माँ बाप, भाई बहन,
प्रेमी प्रेमिका, पति पत्नी,
तेरे बिन सब अधूरे हैं |
रक्षाबंधन के मौके पर
जब सब लोग 

खुशी मनाते हैं
और गाते हैं ......
बहना ने भाई की 
कलाई से
प्यार बांधा है,
प्यार के दो तार से,
संसार बाँधा है,
रेशम की डोरी से
संसार बाँधा है |
तब मेरा मन
नमन करता है,
उन बहनों को,
जो कोख से जन्म,
ले ना सकी,
और मर गयी,
एक भाई की खातिर .!!!!!
वाह री नारी 
तू धन्य है,
जो फिर भी 
लुटती है,
मरती है 
एक पुरुष
की खातिर ....

.....अशोक अरोरा.....

2 comments:

  1. वाह कितने खूबसूरत शब्दों में नारी कि व्याख्या कर दी आपने
    सच में उन अजन्मी बच्चियों को नम आँखों से श्रधांजलि

    ReplyDelete